प्राकृतिक खेती में ही है भविष्य : एक मौका एक उम्मीद
LPU के BSC Agriculture(Honors) final year के दो छात्रों समृद्धि सूद ओर साहिल सहोता ने प्राकृतिक खेती पर तुलनात्मक शोध समाप्त किया।
उन्होंने जसबीर सिंह, सचिव के मार्ग दर्शन में प्राकृतिक खेती ओर आधुनिक खेती के तुलनात्मक अध्यन पर षोड के लिये किसानों से मिले।
22.09.2019 को छात्रों ने संस्था के office में शोध की report संतोष कुमारी, प्रधान, नंगल जरियालां, शौर्या चक्र विजेता कैप्टेन शुशील जरियाल, उपप्रधान, नंगल जरियालां, किरण लता, प्रधान देओलि ओर एक मौका एक उम्मीद के मुकेश राणा(प्रधान), मंजीत सिंह(उपप्रधान), रजनीश कुमार(उपप्रधान), संजीव कलोता(कोषाध्यक्ष), अंशु जरियाल(सह कोषाध्यक्ष), शुभ, ननु, निशु की उपस्तिथी में पढ़ी।
शोध छात्रों ने जिला ऊना के प्राकृतिक खेती के किसानों से मिले, मंजीत सिंह, बलविन्दर सिंह, शुष्मा , पवन, शिवदेव।
इसके उपरांत वो आधुनिक खेती के किसानों से मिले।
छात्र ATMA ऊना के Director, Sh. BS Kakhi ओर गग्रेट अम्ब के BTM से भी मिले।
शोध में पाया गया कि पड़े लिखे जागरूक लोग बड़ी तेजी से प्रकृतिक खेती को अपना रहें हैं।
इसी कड़ी में शौर्य चक्र विजेता कैप्टेन सुशील जरियाल, प्रकृतिक खेती की training लेने के लिये आज राजस्थान जा रहें है। राजस्थान में 7 दिन की training में पदम श्री शुभाष पालेकर जी भी आएंगे।
इसके उपरांत छात्रों को certificate ओर feedback certificate दिए।
एक मौका एक उम्मीद हिमाचल को पूर्ण रूप से प्राकृतिक खेती वाला प्रदेश बनाने में योगदान देती रहेगी।







