हर किसी को जीने का हक़ है, ये धरती सिर्फ मनुष्य की नहीं है।
स्वभाव धर्म सभ्यता, को भूल बैठे है
जड़ों की आज भव्यता, को भूल बैठे हैं
कृष्ण जी जिसके लिये, स्वर्ग से चले आये
उसी की आज दिव्यता, को भूल बैठे हैं।
21 aug 2019 /1:56AM
हर किसी को जीने का हक़ है, ये धरती सिर्फ मनुष्य की नहीं है।
स्वभाव धर्म सभ्यता, को भूल बैठे है
जड़ों की आज भव्यता, को भूल बैठे हैं
कृष्ण जी जिसके लिये, स्वर्ग से चले आये
उसी की आज दिव्यता, को भूल बैठे हैं।
21 aug 2019 /1:56AM